HINDI MDC 2nd Sitting

Website can be closed on 12th to 14th Jan 2025 due to server maintainance work.

1.अधोलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर दीजिए-[3×10=30]

(क) विद्यापति के भक्ति सम्बन्धी पदों की विशेषता बताइए।

(ख) कबीर की काव्यगत विशेषताओं का वर्णन कीजिए।

(গ) रहस्यवाद के कवि के रूप में मलिक मुहम्मद जायसी का मूल्यांकन कीजिए।

(घ) ‘रामचरितमानस’ के ‘धनुर्भग प्रसंग’ के आधार पर महर्षि परशुराम की चरित्रगत विशेषता बताइए।

(ङ) “कल्पना की समाहारशक्ति और भाषा की समासशक्ति जिस कवि में जितनी ही अधिक होगी वह कवि मुक्तक काव्य की रचना में उतना ही सफल होगा”- बिहारी सतसई के आधार पर इस कथन की समीक्षा कीजिए।


2. निम्नलिखित लघु उत्तरीय प्रश्नों में से किन्हीं चार के उत्तर दीजिए- [4×5=20]

(क) घनानन्द और सुजान

(ख) रीतिमुक्त धारा की विशेषता

(ग) तुलसीदास का बचपन

(घ) सूर के कृष्ण

(ङ) अष्टछाप

(च) पद्मावत की ऐतिहासिकता

(छ) कबीर की स्पष्टवादिता


3.निम्नलिखित वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

(क) हिन्दी साहित्य के आरंभिक काल को ‘वीरगाथा काल’ किसने कहा?

आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने हिन्दी साहित्य के आरंभिक काल को ‘वीरगाथा काल’ नाम दिया है.

(ख) “देसिल बअना सब जन मिट्ठा”- यह किनका कथन है?

“देसिल बअना सब जन मिट्ठा” यह कथन महाकवि विद्यापति का है

(ग) बिहार के नालन्दा और विक्रमशिला नामक प्रसिद्ध विद्यापीठ को किसने उजाड़ा?

बिहार के नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालयों को तुर्की नेता बख्तियार खिलजी ने साल 1193 में नष्ट कर दिया था.

(घ) ‘कीर्तिता’ और ‘कीर्तिपताका’ में किनकी प्रशस्ति है?

‘कीर्तिता’ और ‘कीर्तिपताका’ महाकवि विद्यापति की अवहट्ट रचनाएँ हैं, जिनमें उनके आश्रयदाता कीर्ति सिंह की वीरता, उदारता और गुण ग्राहकता का वर्णन कीर्ति कीर्तन किया है. इस प्रकार, ‘कीर्तिता’ और ‘कीर्तिपताका’ में कीर्ति सिंह की प्रशस्ति है।

(ङ) कबीर ने कहाँ जाकर शरीर का त्याग किया?

संत कबीर ने अंधविश्वास को तोड़ने के लिए साल 1518 में मगहर में अपना शरीर त्यागा था.

(च) ‘पद्मावत’ को छोड़कर दो सूफी प्रेमाख्यानक काव्य का नाम लिखिए।

‘पद्मावत’ को छोड़कर सूफ़ी प्रेमाख्यानक काव्य के दो नाम ये हैं: चंदायन, कुतुबन मिरगावती.

(छ) ‘पद्मावत’ में किस पंडित को यक्षिणी सिद्धि प्राप्त थी?

(ज) ‘रामचरितमानस’ का सातवां कांड कौन-सा है?

गोस्वामी जी ने श्रीरामचरितमानस को सात कांडों में बांटा है. इन सात कांडों के नाम हैं:

बालकांड, अयोध्याकांड, अरण्यकांड, किष्किन्धाकांड, सुंदरकांड, लंकाकांड (युद्धकांड), उत्तरकांड.

(झ) ‘सुजानसागर’ किनकी रचना है?

सुजान सागर, कवि घनानन्द की एक कृति है।

(ञ) रीतिमुक्त धारा के दो कवियों के नाम लिखिए।

रीतिमुक्त काव्यधारा के प्रमुख कवि हैं: आलम, घनानंद, बोधा, ठाकुर, द्विजदेव.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top